Fake News: दिवाली बोनस बंद नहीं, सिर्फ गिफ्ट पर रोक का आदेश
सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि वित्त मंत्रालय ने सरकारी कर्मचारियों का दिवाली बोनस बंद कर दिया है। यह दावा पूरी तरह भ्रामक और फेक है।---
असली आदेश क्या है?
वित्त मंत्रालय के Department of Public Enterprises (DPE) की ओर से 17 सितम्बर को एक पत्र जारी किया गया।
इस पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (CPSUs) में त्योहारों के मौके पर गिफ्ट और उपहार देने की परंपरा को खत्म किया जाए।
👉 इसका मकसद है सरकारी पैसों का सही उपयोग और अनावश्यक खर्चों पर रोक।
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फेक खबर कैसे फैली?
सोशल मीडिया पर कुछ ग्रुप्स और पेजों ने इस पत्र को गलत संदर्भ में शेयर किया।
साथ ही, वित्त मंत्री की फोटो लगाकर यह संदेश फैलाया गया कि “सरकार ने दिवाली बोनस बंद कर दिया”।
असल पत्र में “बोनस” शब्द का कहीं भी जिक्र नहीं है।
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तथ्य क्या है?
✔️ पत्र केवल त्योहारों पर गिफ्ट/तोहफे देने पर रोक की सलाह देता है।
❌ इसमें कर्मचारियों के दिवाली बोनस पर कोई रोक या बदलाव का उल्लेख नहीं है।
✔️ बोनस की व्यवस्था पहले की तरह ही जारी रहेगी।
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सरकार की अपील
वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि पत्र को गलत तरीके से पेश कर भ्रम फैलाने वाली खबरों पर विश्वास न करें।
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📌 निष्कर्ष:
“दिवाली बोनस बंद” वाली खबर फेक है।
असली आदेश सिर्फ गिफ्ट देने की परंपरा बंद करने से जुड़ा है।
सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि वित्त मंत्रालय ने सरकारी कर्मचारियों का दिवाली बोनस बंद कर दिया है। यह दावा पूरी तरह भ्रामक और फेक है।---
असली आदेश क्या है?
वित्त मंत्रालय के Department of Public Enterprises (DPE) की ओर से 17 सितम्बर को एक पत्र जारी किया गया।
इस पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (CPSUs) में त्योहारों के मौके पर गिफ्ट और उपहार देने की परंपरा को खत्म किया जाए।
👉 इसका मकसद है सरकारी पैसों का सही उपयोग और अनावश्यक खर्चों पर रोक।
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फेक खबर कैसे फैली?
सोशल मीडिया पर कुछ ग्रुप्स और पेजों ने इस पत्र को गलत संदर्भ में शेयर किया।
साथ ही, वित्त मंत्री की फोटो लगाकर यह संदेश फैलाया गया कि “सरकार ने दिवाली बोनस बंद कर दिया”।
असल पत्र में “बोनस” शब्द का कहीं भी जिक्र नहीं है।
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तथ्य क्या है?
✔️ पत्र केवल त्योहारों पर गिफ्ट/तोहफे देने पर रोक की सलाह देता है।
❌ इसमें कर्मचारियों के दिवाली बोनस पर कोई रोक या बदलाव का उल्लेख नहीं है।
✔️ बोनस की व्यवस्था पहले की तरह ही जारी रहेगी।
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सरकार की अपील
वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि पत्र को गलत तरीके से पेश कर भ्रम फैलाने वाली खबरों पर विश्वास न करें।
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📌 निष्कर्ष:
“दिवाली बोनस बंद” वाली खबर फेक है।
असली आदेश सिर्फ गिफ्ट देने की परंपरा बंद करने से जुड़ा है।
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